महंगाई पर संसद में उठेगा तूफान, सरकार तैयार वार्ता के लिये

नई दिल्ली। मोदी सरकार के कार्यकाल में सोमवार से शुरू हो रहे संसद के पहले बजट सत्र में जहां विपक्ष महंगाई, रेल किराये और गैस की कीमतों में बढ़ोतरी और इराक में भारतीयों नागरिकों के मुद्दों को जोर शोर से उठाने पर आमादा है वहीं सरकार जनहित से जुडे सभी मुद्दों पर नियमों के तहत चर्चा के लिए तैयार है। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन की ओर से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में बजट सत्र के सुचारू संचालन और सदन में बेहतर समन्वय के बारे में विभिन्न दलों के नेताओं ने विस्तृत चर्चा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बैठक में शामिल नहीं थे लेकिन उन्हें बाद में भोजन पर आमंत्रित किया गया जहां वह सभी दलों के नेताओं से मिले। लगभग दो घंटे चली बैठक के बाद सुमित्रा महाजन ने बताया कि सत्र के दौरान कुल 28 बैठकें होंगी और काम काज के लिए 168 घंटे निर्धारित किए गए हैं और 31 जुलाई से पहले रेल और आम बजट पारित कराना है। उन्होंने बताया कि दोपहर के भोज पर बुलाई गई इस पहली र्सवदलीय बैठक में कुछ राजनीतिक दलों ने विभिन्न विषयों पर चर्चा की मांग की है जिस पर सरकार की ओर से कहा गया है कि वह नियमों के तहत हर विषय पर चर्चा के लिए तैयार है। यह पूछे जाने पर कि क्या बैठक विपक्ष के नेता का चयन हुआ कि नहीं उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर बैठक में कोई चर्चा नहीं हुई।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें